अगर भविष्य में रोबोट में सोचने की क्षमता विकसित हो गयी तो इंसानो का क्या होगा ? जानिए

यह मेरी निजी राय है कि ईश्वर ने मनुष्य को शक्तिशाली तो बनाया है, लेकिन इतना शक्तिशाली नहीं बनाया है कि वह किसी जैविक पदार्थ मिश्रित घातु के यंत्र में सोचने विचारने की क्षमता पैदा कर सके। ‌ ‌

फिर भी आपके प्रश्न अनुसार काल्पनिक परिदृश्य कुछ इस प्रकार का होगा जैसे अगर कोई रोबोट में सोचने विचारने की क्षमता उत्पन्न हो जाती है, तब तो यह निश्चित मानिए कि उसमें निर्णय लेने की क्षमता भी आ ही जाएंगी।

और जब किसी रोबोट में सोचने विचारने की क्षमता आ जाएगी तब तो उसमें मनुष्य के सभी प्रकार के गुण एवं अवगुण भी निश्चित रूप से आ जाएंगे। मात्र उसमें भावनाओं की कमी ही रह जाएंगी। अर्थात उसके जिस्म में हृदय नहीं होगा, वह हृदय हीन ही रहेगा।

उसके मस्तिष्क में नेतृत्व करने की एवं सत्ता स्थापित करने की इच्छा भी जरूर उत्पन्न होंगी। क्योंकि उसका शरीर मनुष्य की तरह नहीं होंगा, इस कारण से उसको मनुष्य की तरह शरीर में होने वाले सभी प्रकार के रोग भी नहीं होंगे।

जब उसके मस्तिष्क में सत्ता लालसा उत्पन्न होगी तब वह संसार के सारे मनुष्य को अपना गुलाम बनाने की कोशिश करेंगा और अंततोगत्वा वह सफल भी हो जाएगा।

जिस प्रकार से वर्तमान में मनुष्य ने अपने भोजन के लिए मुर्गी पालन केंद्र बना रखे हैं, उसी प्रकार से फिर रोबोट संसार में अपने दास दासी रूपी मनुष्य पालन केंद्र भी बनाने लगेगा, जहां पर वह मनुष्य को मात्र संतान उत्पन्न करने हेतु ही पालता रहेगा।

अब आपको अगर मेरा जवाब पढ़ते-पढ़ते नींद आने लग गई हो तो, कृपया आप जाग जाइए मेरा जवाब समाप्त हो गया है। धीरे से अपवोट का बटन दबा दीजिए। मजाक कर रहा हूं, कोई जरूरी नहीं है।

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